माँ बूटभवानी मंदिर वेजलपुर का महत्व
अहमदाबाद के वेजलपुर क्षेत्र में स्थित माँ बूटभवानी मंदिर भक्तों की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। यह धाम अरणेज धाम की आभा से जुड़ा हुआ है, जहाँ से अखंड ज्योत लाकर इस मंदिर की स्थापना की गई थी। भक्त मानते हैं कि यहाँ माँ बूटभवानी के दर्शन मात्र से सभी दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं।
अरणेज धाम से संबंध
माँ बूटभवानी का प्राकट्य चारण कुल में हुआ था और उनका पहला स्थान सौराष्ट्र के गीरपंथक के नेसड़ा क्षेत्र में माना जाता है। अरणेज धाम को माँ का सबसे पवित्र और प्रसिद्ध धाम माना जाता है। वहीं से अखंड ज्योत लाकर अहमदाबाद के वेजलपुर में इस मंदिर की स्थापना हुई थी। यही कारण है कि यह स्थान अल्प समय में पूरे गुजरात में प्रसिद्ध हो गया।
मंदिर की विशेषताएँ
वेजलपुर स्थित माँ बूटभवानी मंदिर का विशाल प्रांगण और भव्य गर्भगृह श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। मंदिर में प्रवेश करते ही माँ की सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। यहाँ आने वाले भक्त नतमस्तक होकर अपनी मनोकामनाएँ माँ के समक्ष रखते हैं और मान्यता है कि माँ बूटभवानी उन्हें अवश्य पूर्ण करती हैं।
अखंड ज्योत और धार्मिक महत्व
इस मंदिर में दो अखंड ज्योतें प्रज्वलित हैं। पहली ज्योत अरणेज धाम से लाई गई थी और दूसरी ज्योत मंदिर के पुनर्निर्माण के समय स्थापित की गई। अखंड ज्योत का महत्व यह है कि यह माँ बूटभवानी की दिव्य उपस्थिति और अनवरत शक्ति का प्रतीक है।
खिजड़िया हनुमान मंदिर के दर्शन
माँ बूटभवानी मंदिर के पास ही श्री खिजड़िया हनुमान मंदिर स्थित है। भक्त यहाँ माँ बूटभवानी के दर्शन करने के बाद हनुमान जी के दर्शन भी अवश्य करते हैं। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि माँ बूटभवानी भक्तों के दुख दूर करती हैं और हनुमान जी अनिष्ट शक्तियों से रक्षा करते हैं।
भक्तों की आस्था और मान्यता
यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि माँ बूटभवानी की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी प्रकार की पीड़ा एवं बाधाएँ दूर हो जाती हैं। इसलिए अहमदाबाद के वेजलपुर स्थित यह धाम आज श्रद्धा, भक्ति और विश्वास का जीवंत प्रतीक बन चुका है।