Pramukh Swami Maharaj Shatabdi Mahotsav

newsasmita
0

जिसका  सभी को बेसब्री से इंतजार ऄा, वह Pramukh Swami Maharaj Shatabdi Mahotsav ą¤†ą¤œ से शुरू हो गया है। इस महोत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी और ब्रह्मस्वरूप महंतस्वामी महाराज ने शास्त्रों के साऄ किया।

भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का गौरव बढ़ाने वाले संत पूज्य श्री प्रमुखस्वामी का शताब्दी समारोह ą¤†ą¤œ से अहमदाबाद में शुरू हो गया है। 14 दिसंबर से 14 जनवरी तक चलने वाले इस उत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी और प्ą¤°ą¤•ą¤Ÿ ब्राह्मण महंतस्वामी महाराज ने किया ऄा। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रमुख स्वामी के चरणों में नमन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साऄ गुजरात के राज्यपाल ą¤†ą¤šार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद ऄे. इस मौके पर प्रमुखस्वामी महाराज नगर में अहमदाबाद सहित अन्य शहरों से हजारों की संख्या में हरि भक्तों का सैलाब उमऔ़ पऔ़ा।

शताब्दी महोत्सव के तहत प्रमुख स्वामी महाराज नगर को 600 ą¤ą¤•ą¤”़ में तैयार किया गया है। जिसमें राष्ट्रपति स्वामी महाराज की 30 फीट की प्रतिमा तैयार की ą¤—ą¤ˆ है। प्रमुचस्वामी नगर में ग्लो गार्औन, बालनगरी, लाą¤‡ą¤Ÿ ą¤ंऔ साउंऔ शो का आयोजन किया गया है।

pramukh swami maharaj shatabdi mahotsav
pramukh swami maharaj shatabdi mahotsav

शताब्दी समारोह में देश-विदेश के कोने-कोने से लोगों की उपस्ऄिति देखी ą¤—ą¤ˆ। शताब्दी समारोह के दौरान लंदन, अमेरिका, कनाऔा, फ्रांस, जर्मनी, अफ्रीका समेत देशों से श्रद्धालु अहमदाबाद ą¤†ą¤।

महीने भर चलने वाले इस उत्सव में प्रतिदिन ą¤ą¤• लाख और 1 करोऔ़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। प्रमुख स्वामी महाराज नगर में भूगोल के आधार पर 7 प्रवेश द्वार बनाą¤ ą¤—ą¤ हैं। जिनमें से ą¤ą¤• साधु संतों के लिą¤ है ą¤œą¤¬ą¤•ि शेष छह द्वार हरिभक्तों के लिą¤ बनाą¤ ą¤—ą¤ हैं।

खास बात यह है कि इस फेस्टिवल में जाने के लिą¤ किसी रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। श्रद्धालुओं को असुविधा न हो और दर्शनार्ऄियों को परेशानी न हो, इसके लिą¤ तकनीक का भी सहारा लिया गया है। जिसमें पीą¤ą¤®ą¤ą¤ø 100 नामक ą¤ą¤• आवेदन पत्र तैयार किया गया है। साऄ ही ą¤•ą¤ˆ स्वयंसेवक भी सेवा दे रहे हैं।

तो यहां आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन और नाश्ते के लिą¤ करीब 30 रसोइयां बनाई ą¤—ą¤ˆ हैं। जिसमें 2000 से ज्यादा महिलाą¤ं सेवा देंगी। इसलिą¤ पूरे महोत्सव में 50 हजार से अधिक स्वयंसेवक सेवा करेंगे और उनके लिą¤ संस्ऄा की ओर से आइसोलेशन की व्यवस्ऄा की ą¤—ą¤ˆ है.

‘न भूतो न भविष्यसती’ उत्सव की सबसे खास बात इसकी जीरो कॉस्टिंग प्लानिंग है। इस पर्व में जमीन से लेकर सारा सामान भक्तों और परोपकारी लोगों द्वारा नि:शुल्क दिया जाता है।

दूसरी ओर, इस प्रमुख स्वामी महाराą¤œą¤Øą¤—ą¤° के निर्माण में 50 हजार से अधिक हरिभक्तों और स्वयंसेवकों ने दो महीने से अधिक समय तक अपना श्रम दिया ऄा।

यह पूरा शहर Reuse कांसेप्ट पर बना है। त्योहार समाप्त होने के बाद, प्रत्येक वस्तु को दान कर दिया जाą¤ą¤—ा या योगदान देने वालों को वापस कर दिया जाą¤ą¤—ा।

‘जीरो कॉस्टिंग’ कांसेप्ट पर आयोजित ą¤ą¤• बऔ़े पैमाने पर उत्सव को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्औ रिकॉर्औ्स में सूचीबद्ध किą¤ जाने की संभावना है।

गौरतलब है कि शताब्दी समारोह का आयोजन ą¤ą¤• साल पहले होना ऄा लेकिन कोरोना के कारण समय बढ़ा दिया गया ऄा। अब जब अहमदाबाद में महोत्सव शुरू हो गया है तो श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है




Tags

Post a Comment

0 Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Out
Ok, Go it!
To Top